Digital Transaction डिजीटल ट्रांजेक्शन कितने प्रकार से होता है

 

जब भी हमे कोई पैसा ट्रांसफर करना होता है अर्थात हमे पैसे किसी को देने होते है  तो हम उसे दो प्रकार से कर सकते है :

 1.   एनालाग तरीके से - इसमे हमे बेंक जाना जरुरी होता है   

       बेंक जाकर हम बेंक जाकर, विड्रावल फार्म भरकर, पैसे नगद निकालकर, किसी व्यक्ति को दे सकते है ।

       ए.टी.एम से -  हम ए.टी.एम. जाकर पैसे नगद निकालकर, किसी व्यक्ति को दे सकते है ।

       चेक से इसके अतर्गत हमे एक चेक बुक  बेंक द्वारा दी जाती है , उसे भरकर हम किसी दुसरे व्यक्ति को दे सकते है, उस व्यक्ति को बेंक जाकर उसे देना होता है, उसमे लिखा गया अमाउंट उस व्यक्ति के खाते (Account) मे आ जाता है और हमारे खाते से कट जाता है ।

      डिमांड ड्राफ्ट हमे जितने पैसे किसी व्यक्ति को देना है उतने पैसे बेंक जाकर हमे  जमा करने होते है, बेंक उतने पैसे का हमे एक डिमांड ड्राफ्ट दे देती है जिसे उस व्यक्ति को देना होता है वह व्यक्ति उसे बेंक जमा करता है और उतना पैसा ले लेता है ।

नेफ्ट/आर टी जी एस (NEFT/RTGS) इसमे हम बेंक जाकर बेंक मे एक फार्म भरकर देते है जिसमे पुरा विवरण होता है, पैसे किसको भेजना है उसका अकाउंट नम्बर, आदि एवम हमारे हस्ताक्षर करने होते है , बेंक हस्ताक्षर का मिलान हमारे अकाउंट के  हस्ताक्षर से करती है और हमारे अकाउंट से पैसे उस व्यक्ति के अकाउंट मे ट्रांसफर कर देती है । यदि पैसा दो लाख से कम है तो उसे नेफ्ट (NEFT) कहा जाता है और दो लाख से अधिक है तो उसे आर टी जी एस (RTGS) कहा जाता है ।

NEFT – National Electronic Fund Transfer

RTGS – Real Time Gross Settlement


2.   डिजिटल तरीके से इसमे हमे बेंक जाना नही होता है, हम घर बैठे ही पैसे ट्रांसफर कर सकते है  । हमारे पास कम्पुटर, लेपटाप या मोबाइल, इंटरनेट के साथ होना जरुरी है । यदि नही है तो आप साइबर कैफे जा कर भी यह कर सकते है ।  ध्यान रहे यदि आप साइबर कैफे का उपयोग करते है तो

1.   पहले यह सुनिश्चित कर ले कि उस कम्पुटर मे कोई एक्स्ट्रा डिवाइस नही लगा हो ।

2.   जब आप पासवर्ड का उपयोग करते है तो डाइरेक्ट की बोर्ड से ना करके  वर्चुअल की बोर्ड का उपयोग करे । सभी बेंको की साइट मे यह आप्शन उपलब्ध होता है ।

3.   कम्पुटर छोडते समय लाग आउट अवश्य करे । हिस्ट्री और कुकीस को डिलीट करे । यह आप्शन ब्रोउसर के साइड मे होता है । हर ब्राउसर मे यह अलग जगह होता है ।

 इंटरनेट बेंकीग सबसे पहले इसमे युसर आय डी और पासवर्ड बैंक से लेनी होती है , बहुत से बैंक यह सुविधा भी आनलाइन देते है । इसमे बैंक मे मोबाइल नम्बर रजिस्टर होना चाहिए और ए.टी.एम. कार्ड की डिटेल होनी चाहिए ।

 नेफ्ट/आर टी जी एस (NEFT/RTGS)यदि आपको दो लाख से कम ट्रांसफर करने है तो नेफ़्ट (NEFT) और दो लाख से अधिक है तो आर टी जी एस (RTGS)  आप्शन का उपयोग करना होगा ।

 IMPSइस आप्शन का उपयोग करने पर तुरंत पैसा ट्रांसफर होता है । यद्यपि इसका चार्ज थोडा ज्यादा होता है ।

 डेबिट / ए.टी.एम/क्रेडिट कार्ड –  इस आप्शन का उपयोग करने पर हमे कार्ड की डिटेल डालनी होती है । क्रेडिट कार्ड की डिटेल जानने के लिए मेंन मेंनु मे MORE POST मे जाकर क्रेडिट कार्ड क्या है”  को देखे।  कार्ड का उपयोग आप खरिदी करने मे भी कर सकते है ।  लेकिन दुकानदार के पास इसकी सुविधा होनी चाहिए ।

UPI (यु.पी.आइ) Unified Payment Interface मोबाइल से पैसा ट्रांसफर करने के लिए इसका उपयोग किया जाता है जो की आजकल काफी प्रचलित और सुविधाजनक है । यह एप IMPS अर्थात तुरंत पैसा ट्रांसफर होता है । इसमे हमे एक एप डाउनलोड करना होता है, एप डाउनलोड आप किसी भी बेंक जिसमे आपका अकाउंट हो उसका कर सकते है या आप थर्ड पार्टी एप भी डाउनलोड कर सकते है जैसे फोन पे, गूगल पे, पे टी एम, भीम एप, अमेजन पे आदि । एक बार एप डाउनलोड करने के बाद उसमे बैंक अकाउंट को जोडना होता है । इसमे आपको वही मोबाइल नम्बर रर्जिस्टर करना होता है जो आपकी बैंक मे है । इसमे एक पिन नम्बर (पासवर्ड) भी बनाना होता है ।

जैसे ही आप एप पर रजिस्टर होने के बाद बैंक अकाउंट को जोडते है तो आपकी एक यु पी आइ आय डी बन जाती है । जिसे की आप किसी भी व्यक्ति को दे सकते है जिससे पैसा लेना है और आप उसे अकाउंट नम्बर नही देना चाहते । और इसी आय डी से आप पेमेंट भी कर सकते है, इसमे आपके एप मे एक मेसेज आएगा जिसे आपको एप्रुव करना होगा ।

इसके साथ ही एक क्यु आर (QR) कोड बनता है, जैसा की निचे दिखाया गया है, इसको स्केन करके आप पैसा दे सकते हो और आपका QR कोड को स्केन करके कोइ आपको पैसा दे भी सकता है ।

 

  असल मे NPCI (National Payment Corporation of India) ने UPI बनाया जिसके अंतर्गत एक UPI आय डी बन जाती है  जिसका उपयोग करने के लिए बहुत से एप को लाइसेंस दिया  है अर्थात आप किसी भी QR कोड को स्केन करके पैसे का लेनदेन कर सकते है चाहे वह किसी भी एप का हो । BHIM (Bharat Interface for Money) एप  NPCI ने लांच  किया है |





Comments

  1. 1 QR कोड से लेंन देंन कितना सुरक्षित होता है ?
    2 एक दिन में समान राशि के लेन देन में कैसे पता चलता है कि किस पार्टी का पैसा आया और किसका नही ?

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    1. कमेंट करने के लिए धन्यवाद । इन प्रश्नों के उत्तर के लिए मेरी अगली पोस्ट "QR कोङ कितना सुरक्षित है " देखे जोकि जल्द ही आने वाली है । www.know01.blogspot.com

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